Moral Stories in Hindi, हिंदी में नैतिक कहानियां, नैतिक मूल्यों की कहानी, बेस्ट नैतिक कहानी, 30 नैतिक कहानी, हिंदी मोरल स्टोरी, Hindi Moral Stories, Moral Stories In Hindi for class 2, Moral Story Moral in hindi for class 5, moral Stories in Hindi for class 5
![]() |
Moral Stories in Hindi |
New moral stories in hindi, long moral stories in Hindi, top 10 moral stories in Hindi, short moral stories in hindi, top 10 moral stories in hindi, best moral Stories In Hindi for students, Moral Stories In Hindi for Students
10 New Moral Stories in Hindi - हिंदी में नैतिक कहानियां, नैतिक मूल्यों की कहानी, बेस्ट नैतिक कहानी
दोस्तो मैं आज यहां पर आपको लिए नया मोरल स्टोरीज ले कर आया हु, इंटरनेट पर जितने सारे नैतिक यानी Moral Stories हैं वो सब पुराना हो चुके हैं। लेकिन इसी पोस्ट पार आपको मिलेगा 10 new moral stories in Hindi में, जिसको पड़कर आपको जरूर अच्छा लगेगा।
दोस्तो सारे नैतिक कहानियां पड़ने से पहले आपको खुद की ऊपर जरूर ध्यान देना हैं, और खुद की बिबेक को जरूर जाग्रत कीजिए तब ही आपको मोरल डेवलप होगा। और एक बात अगर आपको अच्छा लगे तो शेयर कर दीजिए आपकी दोस्ती के साथ। तो चलिए सुरु करते हैं आज की Top 10 Moral Stories In Hindi -
Moral Stories in Hindi 1
सदैव ईमानदारी की जीत
बहुत समय पहले की बात है, एक गांव में एक बहुत ही ईमानदार आदमी रहता था। उसका नाम रामचंद्र था। रामचंद्र गांव के सबसे बड़े खजांची थे, जिन्हें सभी लोग भरोसे में रखते थे। उन्होंने हमेशा अपना काम ईमानदारी से किया था और कभी भी किसी के साथ धोखा नहीं किया था।
एक दिन, गांव के राजा के दरबार में एक सोने का हार चोरी हो गया। राजा बहुत परेशान हो गए और बाहर से एक खजांची लाने का फैसला किया। राजा के दरबार में एक सप्ताह तक दरबारियों को जांच की गई, लेकिन चोर का पता नहीं चला।
उस समय, एक दिन रामचंद्र दरबार में पहुंचे। राजा ने रामचंद्र के बारे में सुना था और उनकी ईमानदारी के बारे में जानते थे। इसलिए राजा ने रामचंद्र से सोने के हार की जांच करने का अनुरोध किया।
रामचंद्र ने आदेशों का पालन करते हुए हार की जांच की और अचानक उसे देखा कि हार उसके पैकेट में है। रामचंद्र बहुत हैरान हुए और अपने को समझाने के लिए अपने घर वापस गए।
रात को रामचंद्र अपने घर में बैठे हुए सोचने लगे। वह जानना चाहते थे कि हार कैसे उनके पैकेट में आ गई। फिर उन्हें याद आया कि वह दरबार में चोरी हुए सोने का हार एक सोने के कच्चे की गाठ के साथ देखा था। रामचंद्र ने समझा कि इसका मतलब यह है कि किसी ने चोरी करके सोने के कच्चे को बदल दिया है और उसने उसे अपने पैकेट में छिपाया है।
अगले दिन रामचंद्र ने फिर राजा के सामक्षिक दरबार में पहुंचकर हार को लाने का दावा किया। राजा बहुत ही चकित हो गए और रामचंद्र से पूछा, "तुम्हारे पास यह हार कहाँ से मिला?"
रामचंद्र ने सच्चाई बताई और बताया, "महाराज, यह हार असली हार नहीं है। इसे किसी ने चोरी करके सोने के कच्चे के साथ बदल दिया था। मैंने यह हार इसलिए आपके पास लाया था क्योंकि मैं ईमानदारी से अपना काम करता हूं और आपको यह दिखाना चाहता था कि आप हमेशा सत्य को पहचानते हैं।"
राजा ने रामचंद्र की ईमानदारी को सराहा और उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने रामचंद्र को एक उच्च स्थान पर रखा और उन्हें अपने खजाने का प्रबंधक बना दिया।
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि ईमानदारी हमेशा जीतती है। हमेशा सत्य और ईमानदारी से अपना काम करना चाहिए, चाहे जीवन कितना भी मुश्किल क्यों न हो।
Moral Stories In Hindi 2
ईमानदारी का महत्व
एक गाँव में एक बड़ा और बहुत ही धनवान व्यापारी रहता था। उसके पास बहुत सारी दुकानें थीं और वह धन के साथ-साथ बड़े ही सम्मानित व्यक्ति भी था। लोग उसकी सफलता को देखकर उसके साम्राज्य को इकट्ठा करने के लिए व्यापारी के पास आते थे। वह लोग उसे देखकर दिखावा करते और उससे अनेक गुणा ज्यादा महंगे माल खरीद लेते थे।
एक दिन, एक बहुत छोटा सा गरीब बच्चा भी उस व्यापारी के पास गया। बच्चे के पास कुछ पैसे नहीं थे, लेकिन उसने धैर्य से उस व्यापारी की दुकान पर एक छोटी सी मिठाई खरीदी और उसे खाने लगा। व्यापारी ने देखा कि बच्चे के पास पैसे नहीं हैं और उसने उसे समझाया कि वह पैसे लेकर इससे ज्यादा मिठाई खरीद सकता है। लेकिन बच्चे ने कहा, "नहीं, सर, मैं बस इतनी ही मिठाई खाना चाहता हूँ, मेरे पास इतने पैसे हैं।"
व्यापारी ने उस बच्चे की ईमानदारी देखकर बड़े चकित हो गए। वह बच्चे को बहुत सम्मान देते हुए अपने बगीचे में ले गए और उसे बहुत सारी मिठाईयों से भरे हुए बड़े जादूगरी तुफानी दी और कहा, "ये सब तुम्हारे लिए हैं। मैं तुम्हारी ईमानदारी का सम्मान करता हूँ और मुझे गर्व होता है कि तुम्हें मिली है।"
यह कहानी हमें बताती है कि ईमानदारी सबसे बड़ी धनी होती है। धन, साम्राज्य और सम्मान आने वाले हो सकते हैं, लेकिन ईमानदारी एक व्यक्ति को अनूठा और अलग बनाती है। हमेशा ईमानदार रहना चाहिए, चाहे हम छोटे हों या बड़े, क्योंकि ईमानदारी का अच्छा फल हमेशा हमें मिलता है।
Moral Stories In Hindi 3
एक समय की बात है। एक छोटा सा गांव था जहां एक गरीब लड़का रहता था। उसके पास कुछ नहीं था, लेकिन वह बहुत मेहनती था और पढ़ाई में दिल लगाता था। उसके अलावा गांव में एक बड़ा हीरा ख़ज़ाना था, जिसे सभी लोग चाहते थे।
एक दिन, गांव के सभी लोग एक सभा में इकट्ठे हुए और इस हीरे के खज़ाने का संचालन करने के लिए नया आदेश देने के लिए चुनाव करने का निर्णय लिया। लड़का भी उस सभा में गया, लेकिन सभा में उसकी बात किसी ने नहीं सुनी।
लड़का थोड़ा दुखी हुआ, लेकिन उसने हार नहीं मानी। उसने खुद को समझाया कि उसे इस हीरे की तलाश करनी चाहिए और वह इसकी मदद से अपने सपनों को पूरा कर सकता है।
लड़का ने अपने दोस्तों को संदेश दिया और एक उपाय सोचा। वे सभी मिलकर अपने बचपन के खेलों को छोड़कर हीरे की तलाश में निकल पड़े।
वे लोग कई महीनों तक अपनी मेहनत करते रहे, पर उन्हें कोई हीरा नहीं मिला। लोगों ने मजाक उड़ाना शुरू कर दिया और उन्हें निराशा महसूस होने लगी।
लेकिन वह लड़का नहीं हारा। वह जानता था कि सच्ची मेहनत और संघर्ष से उसे सफलता मिलेगी। और एक दिन, उसने एक छोटे से हीरे को पाया। वह बहुत खुश था और उसने यह जानकारी अपने दोस्तों के साथ साझा की।
उनकी संघर्ष और मेहनत ने लोगों के मन में उनकी गिरफ्तारी बदल दी। अब उनकी बातों को सब ध्यान से सुनते थे। उन्होंने हीरे को सभा में पेश किया और इससे बहुत बड़ी धनराशि कमाई।
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि मेहनत, संघर्ष, और समर्पण से हम हर मुश्किल को पार कर सकते हैं। चाहे हमारे पास कितना भी कम सामग्री क्यों ना हो, हमें इंसानी जज़्बातों को जीने की शक्ति से आगे बढ़ना चाहिए।
इसीलिए, मेहनत करें, संघर्ष करें, और सदैव अपने सपनों को पूरा करने का प्रयास करें। सच्ची मेहनत और आत्मविश्वास से आप अपने जीवन में महान कार्य कर सकते हैं और सफलता को हासिल कर सकते हैं।
यह कहानी दिखा रही है कि कोई भी लक्ष्य पाने के लिए मेहनत कर सकता है। चाहे आप कितने भी छोटे या गरीब क्यों ना हों, अपनी क्षमता और मेहनत के माध्यम से आप अपने लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं।
इसलिए, बच्चों, हमेशा जीवन में मेहनत करें, धैर्य रखें, और सपनों की पूर्ति के लिए संघर्ष करें। अपनी मेहनत पर विश्वास रखें और सुनिश्चित करें कि आप अपने जीवन में सफलता के मार्ग में अग्रसर रहें।
Moral Stories In Hindi 4
सच्चे दोस्तों की कहानी
बहुत समय पहले की बात है, एक गांव में राजा और एक गरीब लड़का रहते थे। राजा का नाम अकबर था और गरीब लड़के का नाम बीरबल था। अकबर और बीरबल एक-दूसरे के बहुत अच्छे दोस्त थे। दोनों कभी-कभी बहुत मज़ाकिया भीड़ में एक दूसरे को चिढ़ाते थे, लेकिन उनकी मित्रता हमेशा मजबूत थी।
एक दिन, अकबर ने बीरबल को एक मुश्किल सवाल पूछा। उन्होंने कहा, "बीरबल, तुम इतने चतुर हो, अब तुम मुझसे एक सवाल का जवाब दो जो मैं नहीं जानता हूँ। अगर तुम मेरे सवाल का सही जवाब देते हो, तो मैं तुम्हें बड़ा इनाम दूंगा।"
बीरबल ने सोचा और फिर कहा, "राजा, मैं जितना सम्भव हो सके आपकी सहायता करूँगा, लेकिन कृपया मुझे इनाम के बजाय एक शर्त पर ले लीजिए।"
अकबर ने आश्चर्यचकित होकर कहा, "शर्त? ठीक है, बोलो शर्त क्या है?"
बीरबल ने मुस्कुराते हुए कहा, "राजा, यदि मैं सही जवाब देता हूँ, तो मेरी विशेष स्वतंत्रता होनी चाहिए।"
अकबर थोड़ी देर सोचने के बाद मुस्कान लिए हुए बोले, "ठीक है, यदि तुम सही जवाब देते हो, तो मैं तुम्हें विशेष स्वतंत्रता देता हूँ। अब मेरे सवाल का जवाब दो।"
बीरबल ने बड़े आत्मविश्वास के साथ कहा, "राजा, आपका सवाल यह है: जब लोग मरते हैं तो उनके साथ क्या होता है?"
अकबर थोड़ी देर सोचने के बाद उत्तर नहीं जान पाया। उसने बीरबल से कहा, "बीरबल, मुझे तुम्हारा उत्तर नहीं पता। अब मुझे ज्यादा समय नहीं मिलेगा, इसलिए तुम्हारा उत्तर जल्दी से दें।"
बीरबल ने चिंता नहीं की और कहा, "राजा, जब लोग मरते हैं तो उनके साथ सिर्फ उनकी यादें रह जाती हैं। वे लोग हमारे दिलों में बस जाते हैं और हम उनकी कथाएं और यादें आगे बढ़ाते हैं।"
अकबर को बीरबल के उत्तर से बड़ी खुशी हुई और उन्होंने कहा, "बीरबल, तुमने सच्चाई को साबित कर दिया। तुम्हारी विशेष स्वतंत्रता मेरे पास है।"
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि सच्चे दोस्ती में दोस्त को स्वतंत्रता और आत्मविश्वास का आदान प्राप्त होता है। हमेशा सच्चे दोस्तों के साथ रहें और उनके समर्थन में खड़े रहें, क्योंकि यह हमें जीवन में सफलता की ओर आगे बढ़ाने में मदद करेगा।
Moral Stories In Hindi 5
गर्मी का सबक (Lesson of Summer)
एक गर्मियों का दिन था। सूरज अपनी पूरी ताकत से तप रहा था और धरती जल रही थी। लोगों के चेहरे पर थकान की झलक दिख रही थी। एक छोटे से गांव में एक बुढ़िया रहती थी। वह बहुत प्यारी और सभ्य थी। लोग उसे बड़े सम्मान से देखते थे। उसके साथी बहुत ही कम थे, लेकिन जिनके साथ वह थी, उनके लिए वह एक अच्छी दोस्त और सलाहकार थी।
गर्मी के दिनों में लोग जल्दी उड़ जाते थे। कोई चारा खेत में, कोई गोबर छान रहा था, कोई बाल घसीट रहा था। इसी बीच उस बुढ़िया ने अपने घर के सामने एक पेड़ को एक छाता बना दिया। वह उस छाते के नीचे आकर धीरे-धीरे बैठ गई। जिससे छाया उसके ऊपर गिर रही थी।
कुछ समय बाद, एक युवक वहां से गुजर रहा था। उसे बुढ़िया के इस अजीब से कारनामे को देखकर हंसी आ गई। उसने पूछा, "बुआजी, आप बिलकुल बड़ी आलसी हैं। समूचे गांव में सब लोग मेहनत कर रहे हैं, और आप यहां चिंतन में लगी हुई हैं।"
बुढ़िया ने प्यार भरी आँखों से उसे देखा और कहा, "बेटा, इस छोटी-सी कहानी से तुम्हें एक महत्वपूर्ण सबक सिखाना चाहती हूँ।"
बुढ़िया ने अपनी कहानी शुरू की, "बचपन में मैं गर्मी के दिनों में बहुत काम करती थी। जब धूप चढ़ जाती थी, तब मैं अपने घर के पास एक छाता बनाकर बैठ जाती थी। मेरे दोस्त और पड़ोसी हमेशा मेरे इस काम की मजाक उड़ाते थे, लेकिन मैं धूप से बचकर ठंडी छाया में आराम से बैठना पसंद करती थी।"
वह युवक गरमी के बारे में अब और भी गहराई से सोचने लगा। बुढ़िया ने उससे पूछा, "बेटा, इस कहानी से तुम्हें क्या सिख मिला?"
युवक ने मुस्कान सहित कहा, "बुआजी, मुझे यह सबक सिखाया कि हमें अपनी जिंदगी में एक छोटी सी ठंडी छाया देनी चाहिए, जिससे हम थकान से बच सकें।"
बुढ़िया ने प्रसन्नता सहित कहा, "अच्छा है बेटा। हमेशा जिंदगी में सुखी और साथीपूर्ण बनने के लिए अपने लिए छोटी-सी खुशियों का ध्यान रखना चाहिए।"
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि जीवन की गर्मी में भी हमें छोटी-सी खुशियों का आनंद लेना चाहिए। यही हमें अपने आप को राहत और सुख की ओर ले जाएगा। इसलिए, हमेशा छोटी-सी रंगीन छाया ढूढ़कर अपने जीवन को आनंदित बनाएं।
Moral Stories in Hindi 6
एक समय की बात है, एक छोटा सा बच्चा अपने दादा-दादी के यहाँ रहने आया। दादा-दादी ने उसे एक पेड़ के पास ले जाकर बैठने को कहा। वहां एक दिन बिताने के बाद वह बच्चा गर्मी के कारण थक गया और नींद आ गई। जब उसे नींद आई, तो उसने आंखें बंद कर ली और सो गया।
इसी बीच, एक नाले के पास से एक बहुत ही काला सांप गुजर रहा था। यह सांप जो नाले में था, वह उस पेड़ के नीचे छोटे बच्चे की आवाज सुन रहा था। सांप ने सोचा, "चलो, यह बच्चा मेरे खाने की वजह से मुझे परेशान कर रहा है, अब मैं इसे काट दूँगा।"
सांप ने धीरे-धीरे आवाज की ओर बढ़ते हुए बच्चे के पास आते हुए कहा, "तू कितना बड़ा और मजबूत है? तू कितना ताकतवर है?"
बच्चा नींद में ही उठ गया और सांप की ओर देखने लगा। सांप ने देखा कि बच्चा एक चंगुल से भी डर गया। सांप ने मुँह खोला, लेकिन उसके दाँत खुलने से पहले ही उसे एक चंगुल मार दिया। सांप के बाहर निकलते ही बच्चा बहुत ही दुखी हो गया।
बच्चे के गले में छोटी-छोटी चोटें आ गईं और वह अपनी गलती समझ गया। उसने अपने दादा को जाकर बताया कि सांप ने उसे चंगुल से मारा है। दादा ने उसे समझाया कि उसे सांप की बात पर विश्वास नहीं करना चाहिए और वह जाकर नाले में गिरा सांप को देखने के लिए चला गया।
बच्चा ने दादा को नाले में ले जाकर दिखाया। दादा ने देखा कि सांप खुद को गांव की बगीचे में समेट रहा था। वहां पर उसके पास एक पाथर था, जिसे सांप चुभोंग कर रहा था। दादा ने सांप से पूछा, "तुम क्या कर रहे हो?"
सांप ने जवाब दिया, "मैं यह पाथर तोड़ रहा हूँ ताकि इसे बगीचे का रास्ता खुल जाए। यदि इसे बगीचे तक पहुँचा दिया जाएगा, तो इससे ज्यादा फल बगीचे में पैदा होंगे और सभी लोग इसका लाभ उठा सकेंगे।"
बच्चा और दादा दोनों ही चकित रह गए। सांप ने वाकई में उस पाथर को तोड़कर बगीचे का रास्ता खोल दिया। सांप ने दिखाया कि वह जो दिखाई देता है, वह नहीं होता है। उसने अपनी अपार शक्ति का उपयोग करके अच्छाई की ओर योगदान दिया।
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि हमें किसी की दिखावटी या बाहरी दिखावट पर भरोसा नहीं करना चाहिए। असली गुणवत्ता और सही कर्म हमारे अंदर होते हैं, जिनसे हम अपने आसपास के लोगों की मदद कर सकते हैं और समाज को सुधार सकते हैं।
Moral Stories in Hindi 7
एक बार की बात है, एक गांव में एक गरीब लड़का रहता था। वह लड़का बहुत ही समझदार और मेहनती था। उसके पिताजी उसे स्कूल नहीं भेज सकते थे, लेकिन वह अपने अकेले पढ़ाई करने में बहुत रुचि रखता था। उसे देखकर गांव के लोग चकित रह जाते थे कि इतनी गरीबी के बावजूद उस लड़के की सोच इतनी ऊँची कैसे हो सकती है।
एक दिन, गांव के लोगों ने उस लड़के को साथ लेकर सभी गांव वालों के सामने लाकर खड़ा किया और पूछा, "तू हमें बता सकता है कि तू कैसे इतना आलसी और बेकार वक्त बिताने वाले लोगों की तुलना में इतना पढ़ाई में रुचि कैसे रखता है?"
लड़का शर्मिंदा हो गया परंतु बच्चों के चहेते भाई की मदद से उसने कहा, "मैं जानता हूं कि पढ़ाई मेरे भविष्य को सुनहरा बना सकती है। इसलिए मैं हर दिन कुछ समय अपनी पढ़ाई के लिए निकाल लेता हूं। जब मैं अध्ययन करता हूं, तो मेरी सारी परेशानियाँ और चिंताएँ दूर हो जाती हैं। मुझे यह अनुभव हुआ है कि कुछ भी मुश्किल होने पर अध्ययन करने से मेरे मन को शांति मिलती है और मैं समस्याओं का सामना करने के लिए तैयार हो जाता हूं।"
सभी लोग ग़ौर से सुन रहे थे और एक सबक निकालने वाले आदमी ने पूछा, "तूने कैसे यह सब सीखा?"
लड़का बोला, "मेरे पास कोई उपयोगी किताबें नहीं हैं और न ही कोई शिक्षक है। मेरे पास सिर्फ एक पुरानी खड़ी खानी वाली चोटी किताब है जिसे मैंने इंटरनेट से डाउनलोड किया था। मैंने उस चोटी किताब में पढ़ाई की शक्ति के बारे में पढ़ा था और तब से उसे अपनाया है।"
सभी लोग हैरान हो गए और उन्होंने उस लड़के को बधाई दी क्योंकि उसने एक बड़ी सच्चाई साबित की थी। इस कहानी से हमें यही सीख मिलती है कि एक आलसी और बेकार वक्त बिताने वाले व्यक्ति की तुलना में एक मेहनती और समय निकालने वाला व्यक्ति हमेशा सफल होता है।
Moral Stories In Hindi 8
दोस्ती का महत्व (The Importance of Friendship)
एक समय की बात है, एक गांव में दो बच्चे रहते थे, एक था राजू और दूसरा था रामू। वे दोनों अच्छे दोस्त थे और हर वक्त साथ खेलते और अपनी बातें करते रहते थे।
एक दिन, राजू और रामू ने गांव के पास एक घने जंगल में जाने का फैसला किया। वे दोस्त थे, लेकिन घने जंगल में जाने से दोनों को थोड़ा डर लग रहा था। हालांकि, उनकी दोस्ती ने उन्हें हिम्मत दी और वे साथ में जंगल की यात्रा पर निकल पड़े।
जंगल में चलते-चलते, राजू और रामू अपने आपको गुम कर देते हैं। उन्हें अपने रास्ते का पता नहीं चल रहा था और वे बहुत डर गए। वे भटकते-भटकते एक गुफा में पहुंचे, जहां वे बहुत डरे हुए थे।
गुफा में अंधेरा था और राजू और रामू दोनों बिल्कुल रोने लगे। उन्होंने अपने अलग-अलग रास्ते चुने थे और अब वे दूसरे दोस्त की तलाश में बहुत परेशान थे।
तभी राजू ने अपने अंदाज में कहा, "यार रामू, हमारे पास क्या है? अपने दोस्ती को भूलकर ऐसे कैसे हमारे रास्ते मिलेंगे? चलो, हम आपस में हाथ बटाकर चलेंगे और एक-दूजे की आवाज़ को ढ़ूंढ़ेंगे।"
रामू ने एकदम सही कहा, "तू बिलकुल सही कह रहा है, राजू। हम दोस्ती के लिए एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं।"
फिर राजू और रामू ने हाथ बटाकर अपनी आवाज़ को बुलंद की और चिल्लाते हुए आगे बढ़ना शुरू किया। धीरे-धीरे, उन्हें अपनी दोस्ती की आवाज़ सुनाई दी और वे एक दूसरे को मिल गए।
दोस्ती की शक्ति ने उन्हें संकट से निकाल दिया था। वे दोनों बहुत खुश थे क्योंकि वे दोनों को एक दूसरे पर विश्वास था और उन्होंने दोस्ती के महत्व को समझा था।
यह कहानी हमें यह बताती है कि अच्छे दोस्तों की वजह से हम अकेलापन का सामना कर सकते हैं और भय को पार कर सकते हैं। दोस्ती हमारे जीवन को सुंदर और समृद्ध बनाती है और हमें हर मुश्किल में सहायता प्रदान कर
ती है। हमेशा अपने दोस्तों का सम्मान करें और उनकी मदद करने के लिए तैयार रहें। दोस्ती हमारे जीवन का अनमोल रत्न है।
Moral Stories In Hindi 9
एक समय की बात है, एक गांव में एक बुढ़िया रहती थी। उसके पास एक बहुत ही प्यारी बिल्ली थी, जिसे वह बहुत ही ध्यान से पालती थी। बिल्ली और बुढ़िया के बीच एक अद्वितीय रिश्ता था। दोनों एक दूसरे के अच्छे दोस्त थे।
एक दिन, जब बुढ़िया अपने काम में व्यस्त थी, बिल्ली गांव के चोरी करने वालों की तरफ़ बढ़ती देखी। उसने देखा कि चोरों ने एक छोटे बच्चे को अपने साथ ले जा रहे हैं। बिल्ली को देखकर बच्चा रोने लगा और वह दुखी हो गई। वह तुरंत उठी और चोरों के पीछे दौड़ी।
बिल्ली ने बहुत सारे ठिकाने और घाटियों में चोरों की पीछा की, लेकिन वह उन्हें नहीं पकड़ सकी। तब उसने अपने एक दोस्त का समर्थन मांगा, जो बाग़-बगीचे में रहता था। उसका दोस्त तत्पश्चात चोरों को पकड़ लिया और बच्चे को उसके पास ले आया। बिल्ली और बच्चा अपने घर की ओर बढ़ते हुए बहुत खुश थे।
बुढ़िया बहुत चिंतित थी और बिल्ली से पूछा, "तुम चोरों को क्यों पकड़ना चाहती थी, जबकि वह तुम्हें कुछ नहीं कह रहे थे?"
बिल्ली ने उत्तर दिया, "मुझे अपने दोस्त की मदद करनी थी और सहायता करना मेरे दिल का काम है। चोरों ने उस बच्चे को छीन लिया था, जो एक बेबस और असहाय हो गया था। मैं उसके लिए आवाज़ बनी और अपने दोस्त के समर्थन में निकल पड़ी। हमेशा दुसरों की मदद करना सही होता है, चाहे वह हमें कुछ न कहें।"
बुढ़िया ने बिल्ली की समझ को सराहा और कहा, "तू बहुत अच्छी बिल्ली है, जो दूसरों की मदद करने के लिए तैयार होती है। हमेशा अपने दिल की सुनो और दूसरों की मदद करो।"
इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि हमेशा दूसरों की मदद करना सही होता है। चाहे दूसरा व्यक्ति हमें यह बताए या न बताए, हमें उसकी सहायता करनी चाहिए। हमेशा अपने दिल की सुनें और अपने दोस्तों का समर्थन करें, क्योंकि यही एक सच्चे मित्रता का निर्माण करता है।
Moral Stories in Hindi 10
एक समय की बात है, एक गांव में एक गरीब लड़का रहता था जिसका नाम रामू था। रामू बहुत ही समझदार और मेहनती बच्चा था। उसके पास पढ़ाई के लिए धन नहीं था, लेकिन वह हमेशा स्कूल जाकर अपने दोस्तों से पढ़ाई करता था।
एक दिन, गांव में एक पुराना मंदिर था जो बहुत ही खराब हालत में था। सभी लोग इसे ध्यान नहीं देते थे। लेकिन रामू को देखकर यह दृश्य दुखी कर गया। वह जानना चाहता था कि क्यों यह मंदिर छूट चूका है।
रामू ने इसे सीधा करने का निर्णय लिया और अपने दोस्तों की मदद से उसे ठीक करने का काम शुरू किया। वे अपने रोजमर्रा के काम के बाद समय निकालकर मंदिर को सजाने और मरम्मत करने में लगे रहते थे।
कुछ समय बाद, गांव के लोग ने रामू के उद्धार के बारे में जाना और उन्हें सराहना की। उन्होंने उसे आशीर्वाद दिया और उसे गांव के नेता बनाया।
एक दिन, एक व्यापारी आया और उसने रामू को मंदिर को बिक्री के लिए प्रस्ताव दिया। वह कहता था कि उसे एक बड़ी राशि मिलेगी। रामू ने उसे सुना और दिन भर विचार किया।
फिर रात को वह मंदिर में पहुंचा और उसने अपने मन की बात पूछी, "हे भगवान, मैं क्या करूं? क्या मैं इस मंदिर को बेच दूं और अमीर हो जाऊं या क्या मैं इसको संभालते रहूं और अगली पीढ़ी के लिए एक उदाहरण बनूं?"
तभी एक गरीब वृद्ध आदमी वहां से गुजर रहा था और रोते हुए रामू को रोका। वह कहता है, "बेटा, कृपया मंदिर को बेचने के बजाय इसे संभालो। यह हमारी संस्कृति और धर्म का प्रतीक है।"
रामू ने उस वृद्ध आदमी की बात मानी और मंदिर को बेचने की बजाय उसे संभालने का निर्णय लिया। लोग रामू के इस कर्म को सराहना करने लगे और उसका सम्मान किया।
इस कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि हमें धन और सम्मान के लिए अपनी मूल्यवान संस्कृति और संस्कार को संभालना चाहिए। सच्ची खुशी और सफलता उसे महसूस करने में है जबहम अपने मूल्यों के साथ संपन्न होते हैं और दूसरों की मदद करते हैं।
Moral Stories in Hindi 11
एक बार की बात है, एक गांव में एक बच्चा रहता था जिसका नाम रामू था। रामू बहुत ही समझदार और ईमानदार बच्चा था। एक दिन, जब उसे अपने घर से दूसरे गांव में जाना होता था, तो उसकी मां ने उसे एक सोने का बर्तन दिया और कहा, "यह बर्तन बहुत कीमती है, इसे ढंककर ले जाना, और सावधानी से रखना।"
रामू बहुत खुश हुआ और अपने यात्रा के लिए निकल पड़ा। रास्ते में, रामू एक घाट आया और वहां से नदी के तट पर चलना पड़ा। जब वह नदी के किनारे पहुंचा, तो उसने बर्तन को नदी में रख दिया, ताकि वह घाट के उस पार जाने के बाद उसे वहीं उठा सके।
रामू नदी को पार करके आगे बढ़ा, लेकिन उसने अपना सोने का बर्तन भूल गया। जब उसने इसे याद किया, तो वह तुरंत वापस घाट पर लौट आया, लेकिन उसने देखा कि नदी अब बहुत तेज बह रही है और उसका सोने का बर्तन डूब चुका है।
रामू बहुत दुखी हुआ और अपनी मां के पास लौट आया। वह रोते हुए अपनी कहानी बताने लगा। मां ने उसे समझाया, "रामू, इस कहानी से तुम्हें एक महत्वपूर्ण सबक सीखना चाहिए। जैसे तुमने अपने सोने के बर्तन को नदी में छोड़ दिया और वह डूब गया, वैसे ही अक्सर हम जीवन में अपनी सुरक्षा और मूल्यवान चीजों को लापरवाही से खो देते हैं। हमें अपने संपत्ति और ज़िन्दगी की क़द्र करनी चाहिए और सावधानी से उसका ध्यान रखना चाहिए।"
रामू ने अपनी गलती समझी और वादा किया कि वह आगे से अपनी सुरक्षा का ख्याल रखेगा। इस घटना ने उसे अपनी गलती सीखाई और वह जीवन में सतर्क और सचेत रहने का निर्णय लिया।
यह कहानी हमें यह बताती है कि हमें अपनी संपत्ति, सुरक्षा, और मूल्यवान चीजों की क़द्र करनी चाहिए और उनका सावधानी से ध्यान रखना चाहिए। हमें लापरवाही से खोने से पहले सोचना चाहिए और जीवन में सचेत रहने के लिए तत्पर रहना चाहिए।
- 2nd Class Hindi Story
- Do Ghade Story In Hindi
- Hindi story for class 2 with moral
- Heart Touching Emotional Story in Hindi
- Motivational story in hindi
- New Short Motivational Story In Hindi For Success
Moral Stories in Hindi, हिंदी में नैतिक कहानियां, नैतिक मूल्यों की कहानी, बेस्ट नैतिक कहानी, 30 नैतिक कहानी, हिंदी मोरल स्टोरी, Hindi Moral Stories,
moral stories in hindi, top 10 moral stories in hindi, short moral stories in hindi, small moral stories in hindi, moral stories in hindi for class 5, panchatantra top 10 moral stories in hindi, moral stories in hindi for class 7, moral stories in hindi for class 10, moral stories in hindi for class 9, moral stories in hindi with pictures, short moral stories in hindi for class 8, moral stories in hindi with moral, long moral stories in hindi,
moral stories in hindi, top 10 moral stories in hindi, short moral stories in hindi, small moral stories in hindi
Moral Stories in Hindi, हिंदी में नैतिक कहानियां, नैतिक मूल्यों की कहानी, बेस्ट नैतिक कहानी, 30 नैतिक कहानी, हिंदी मोरल स्टोरी, Hindi Moral Story, Moral Stories In Hindi for class 2, Moral Story Moral in hindi for class 5, moral Stories in Hindi for class 5, new moral stories in hindi, long moral stories in Hindi, top 10 moral stories in Hindi, short moral stories in hindi, top 10 moral stories in hindi, best moral Stories In Hindi for students, Moral Stories In Hindi for Students Moral Stories in Hindi, हिंदी में नैतिक कहानियां, नैतिक मूल्यों की कहानी, बेस्ट नैतिक कहानी, 30 नैतिक कहानी, हिंदी मोरल स्टोरी, Hindi Moral Stories,
No comments:
Post a Comment